आज महात्मा गाँधीजी की १४५ वीं एवं श्री लाल बहादुर शाश्त्री जी की १०९ वीं जयंती है। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं। इस अवसर पर हम आपके साथ इन महान विभूतियों के कुछ अनमोल विचार प्रस्तुतु कर रहा हूँ।लाल बहादुर शाश्त्री के अनमोल विचार*.देश के प्रति निष्ठा सभी निष्ठाओं से पहले आती है। और यह पूर्ण निष्ठा है क्योंकि इसमें कोई प्रतीक्षा नहीं करसकता कि बदले में उसे क्या मिलता है।*.लोगोंकोसच्चालोकतंत्रयास्वराजकभीभीअसत्यऔरहिंसासेप्राप्तनहींहोसकताहै।*.क़ानूनकासम्मानकियाजानाचाहिएताकिहमारेलोकतंत्रकीबुनियादीसंरचनाबरकराररहेऔरऔरभीमजबूतबने।*.आर्थिकमुद्देहमारेलिएसबसेज़रूरीहैं,औरयहबेहदमहत्त्वपूर्णहैकिहमअपनेसबसेबड़ेदुश्मनगरीबीऔरबेरोजगारीसेलड़ें।*.हमअपनेदेशकेलिएआज़ादीचाहतेहैं,परदूसरोंकाशोषणकरकेनहीं,नाहीदूसरेदेशोंकोनीचादिखाकर…।मैंअपनेदेशकीआजादीऐसेचाहताहूँकिअन्यदेशमेरेआजाददेशसेकुछसीखसकें,औरमेरेदेशकेसंसाधनमानवताकेलाभकेलिएप्रयोगहोसकें।*.आज़ादीकीरक्षाकेवलसैनिकोंकाकामनहीहै।पूरेदेशकोमजबूतहोनाहोगा।*.हमसभीकोअपनेअपनेक्षत्रोंमेंउसीसमर्पण,उसीउत्साह,औरउसीसंकल्पकेसाथकामकरनाहोगाजोरणभूमिमेंएकयोद्धाकोप्रेरितऔरउत्साहितकरतीहै।औरयहसिर्फबोलनानहींहै,बल्किवास्तविकतामेंकरकेदिखानाहै।*.मेरीसमझसेप्रशाशनकामूलविचारयहहैकिसमाजकोएकजुटरखाजायेताकिवहविकासकरसकेऔरअपनेलक्ष्योंकीतरफबढ़सके।*.जोशाशनकरतेहैंउन्हेंदेखनाचाहिएकिलोगप्रशाशनपरकिसतरहप्रतिक्रियाकरतेहैं।अंततः,जनताहीमुखियाहोतीहै।*.विज्ञानऔरवैज्ञानिककार्योंमेंसफलताअसीमितयाबड़ेसंसाधनोंकाप्रावधानकरनेसेनहींमिलती,बल्कियहसमस्याओंऔरउद्दश्योंकोबुद्धिमानीऔरसतर्कतासेचुननेसेमिलतीहै।औरसबसेबढ़करजोचीजचाहिएवोहैनिरंतरकठोरपरिश्रमसमर्पणकी।*.यदिमैंएकतानाशाहहोतातोधर्मऔरराष्ट्रअलग-अलगहोते।मैंधर्मकेलिएजानतकदेदूंगा।लेकिनयहमेरानीजीमामलाहै।राज्यकाइससेकुछलेनादेनानहींहै।राष्ट्रधर्मनिरपेक्षकल्याण,स्वास्थ्य,संचार,विदेशीसंबंधो,मुद्राइत्यादिकाध्यानरखेगा,लेकिनमेरेयाआपकेधर्मकानहीं।वोसबकानिजीमामलाहै।*.हमारीताकतऔरस्थिरताकेलिएहमारेसामनेजोज़रूरीकामहैंउनमेलोगोंमेंएकताऔरएकजुटतास्थापितकरनेसेबढ़करकोईकामनहींहै।*.भ्रष्टाचारकोपकड़नाबहुतकठिनकामहै,लेकिनमैंपूरेजोरकेसाथकहताहूँकियदिहमइससमस्यासेगंभीरताऔरदृढसंकल्पकेसाथनहींनिपटतेतोहमअपनेकर्तव्योंकानिर्वाहकरनेमेंअसफलहोंगे।*.यदिकोईएकव्यक्तिकोभीऐसारहगयाजिसेकिसीरूपमेंअछूतकहाजाएतोभारतकोअपनासरशर्मसेझुकानापड़ेगा।*.हमसिर्फअपनेलिएहीनहींबल्किसमस्तविश्वकेलिएशांतिऔरशांतिपूर्णविकासमेंविश्वासरखतेहैं।महात्मा गाँधी के अनमोल विचार*.व्यक्तिअपनेविचारोंसेनिर्मितएकप्राणीहै,वहजोसोचताहैवहीबनजाताहै।*.अपनेप्रयोजनमेंदृढविश्वासरखनेवालाएकसूक्ष्मशरीरइतिहासकेरुखकोबदलसकताहै।*.हमेशाअपनेविचारों,शब्दोंऔरकर्मकेपूर्णसामंजस्यकालक्ष्यरखें।हमेशाअपनेविचारोंकोशुद्धकरनेकालक्ष्यरखेंऔरसबकुछठीकहोजायेगा।*.आँखकेबदलेमेंआँखपूरेविश्वकोअँधाबनादेगी।*.थोडासाअभ्यासबहुतसारेउपदेशोंसेबेहतरहै।*.खुदवोबदलावबनिएजोदुनियामेंआपदेखनाचाहतेहैं।*.विश्वासकोहमेशातर्कसेतौलनाचाहिए।जबविश्वासअँधाहोजाताहैतोमरजाताहै।*.पहलेवोआपपरध्याननहींदेंगे,फिरवोआपपरहँसेंगे,फिरवोआपसेलड़ेंगे,औरतबआपजीतजायेंगे।*.जबतकगलतीकरनेकीस्वतंत्रतानाहोतबतकस्वतंत्रताकाकोईअर्थनहींहै।*.पूर्णधारणाकेसाथबोलागया"नहीं"सिर्फदूसरोंकोखुशकरनेयासमस्यासेछुटकारापानेकेलिएबोलेगए“हाँ”सेबेहतरहै।*.विश्वकेसभीधर्म,भलेहीऔरचीजोंमेंअंतररखतेहों,लेकिनसभीइसबातपरएकमतहैंकिदुनियामेंकुछनहींबससत्यजीवितरहताहै।*.अपनीगलतीकोस्वीकारनाझाड़ूलगानेकेसामानहैजोसतहकोचमकदारऔरसाफ़करदेतीहै।*.निरंतरविकासजीवनकानियमहै,औरजोव्यक्तिखुदकोसहीदिखानेकेलिएहमेशाअपनीरूढ़िवादिताकोबरकराररखनेकीकोशिशकरताहैवोखुदकोगलतइस्थितिमेंपंहुचादेताहै।*.मेराधर्मसत्यऔरअहिंसापरआधारितहै।सत्यमेराभगवानहै।अहिंसाउसेपानेकासाधन।*.जबमैंनिराशहोताहूँ,मैंयादकरलेताहूँकिसमस्तइतिहासकेदौरानसत्यऔरप्रेमकेमार्गकीहीहमेशाविजयहोतीहै।कितनेहीतानाशाहऔरहत्यारेहुएहैं,औरकुछसमयकेलिएवोअजेयलगसकतेहैं,लेकिनअंतमेंउनकापतनहोताहै।इसकेबारेमेंसोचो-हमेशा।*.मैंहिंसाकाविरोधकरताहूँक्योंकिजबऐसालगताहैकिवोअच्छाकररहीहैतबवोअच्छाईअस्थायीहोतीहै;औरवोजोबुराईकरतीहैवोस्थायीहोतीहै।
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